निशान यह ही है ज़माने में ज़िंदा क़ौमों का
के सुबह शाम बदलती हैं उनकी तक़दीरें
निशान यह ही है ज़माने में ज़िंदा क़ौमों का
के सुबह
शाम बदलती हैं उनकी तक़दीरें
Nishaan
yah hi hai zamaane mein zinda qaumon ka
Ke
subah shaam badaltee hain unakee taqadeeren
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